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अधिकार समझ कर ले योजनाओ का लाभ: संसदीय सचिव श्री राजवाड़े।

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किसानो को स्प्रेयर पुमप, वन्धिकार के पट्टे व निःशुल्क बीज मिनीकिट का वितरण

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प्राकृतिक आपदा पीडितो को मिली 3.27 लाख रूपए की रहत राशी.

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संसदीय सचिव श्री राजवाड़े जी ने प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र भवन का किया लोकार्पण.

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झुमका बाँध में बाढ़ आपदा प्रबंधन का हुआ पूर्वाभास. सेना के तैरक और मछुआ समिति के सदस्यों ने बाढ़ राहत कार्य का किया संयुक्त पूर्वाभास. एस.इ.सी.एल. द्वारा गैस और अग्नि दुर्घटना की स्थिति में किये जाने वाले आपदा प्रबंधन का प्रदर्शन.

August 27, 2011

Laapata Vidhayak

मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने को लेकर १६ अगस्त को स्थानीय लोगो ने जिला बनाओ आन्दोलन शुरू किया था, इस समिति में कांग्रेस, भाजपा, के साथ साथ स्थानीय लोगो ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया, आन्दोलन की शुरुआत के दिन जन समुदाय को संबोधित करते हुए विधायक दीपक पटेल ने अंतिम छोर तक लड़ाई का आश्वासन दिया. लेकिन आन्दोलन के आठवे दिन 23 अगस्त को विधायक दीपक पटेल के लापता होने की खबर कांग्रेसियों ने स्थानीय थाने मनेन्द्रगढ़ में कराइ.

स्वफूर्त चल रहे इस आन्दोलन को उम्मीद की एक किरण नज़र विधायक दीपक पटेल के रूप में नज़र आई उन्होंने सुरुआती दिनों में आन्दोलन कारियों को समझाइश दी थी किसी उग्र रूप का प्रदर्शन करके हम मनेन्द्रगढ़ को जिला नहीं बना सकते. लेकिन अगर शांति प्रिय आन्दोलन जारी रहा था हमारा मनेन्द्रगढ़ जिला अवश्य बनेगा, आन्दोलन कारियों ने ठीक वैसा ही किया. मनेन्द्रगढ़ बंद, चक्का जाम, महिला मोर्चा, बच्चो की रैली, मशाल रैली और काली पट्टी लगा कर वे विरोध कर रहे थे. इसी बीच मनेन्द्रगढ़ से प्रतिनिधि मंडल रायपुर अपनी मांगो को लेकर मुख्य मंत्री डॉ. रमन सिंह से २१ अगस्त को मिलने गया जिसमे मनेन्द्रगढ़ विधायक के नेतृत्व में, भरतपुर विधायक फूल सिंह, भाजपा वरिष्ठ नेता सुदर्शन अग्रवाल, लखन श्रीवास्तव, अनिल केशरवानी, अर्चना जैसवाल, नगर पालिका अध्यक्ष धर्मेन्द्र पटवा, नगर पंचायत अध्यक्ष वीरेंदर राणा, सत्य नारायण के साथ युवा मोर्चा जिलाध्क्ष्य संजीव सिंह शामिल हुए. जब वह प्रतिनिधि मंडल रवाना हुआ तो यह भी तय किया गया की जिला बनाओ संघर्ष समिति के दो सदस्यों भी शामिल किया किये जायेंगे. और उन्हें मुख्या मंत्री से मिलने के लिए साथ ले जायेंगे लेकिन एन वक्त पर सिर्फ भाजपा पदाधिकारी व भाजपा विधायक ही रवाना हुए, जिससे आन्दोलन कारियों को अविश्वास हुआ क्यों की जिन भाजपा नेताओ एवं विधायक को ले जाया जा रहा था उन्होंने वादा किया था कि कुछ भी हो जाये लेकिन वो मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की मांग हो प्रभावी रूप से रखेंगे और अगर मुख्य मंत्री नहीं माने तो वे सभी अपना इस्तीफ़ा मुख्य मंत्री के टेबल में पर रख आयेंगे.

२२ अगस्त को प्रतिनिधि मंडल मनेन्द्रगढ़ पहुंचा जनता बेसब्री से उनके आने का इन्तेजार कर रही थी शाम ४ बजे बैठक आयोजित की गयी जिसमे प्रतिनधि मंडल ने अपनी बात कही, हम आपको दस सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल जिसके मुखिया विधायक दीपक पटेल थे वे मीटिंग में उपस्थित नहीं थे जिससे जनता काफी निराश हुई और जैसे प्रतिनिधि मंडल ने अपनी बात ख़तम की वैसे ही कांग्रेस पार्टी के लोग आग बबूला हो गए. क्योंकि जिस प्रकारकी बाते जनता से कही गयी थी उस प्रकार की कोई बात प्रतिनिधि मंडल ने नहीं की और सिर्फ आश्वाशन लेकर आ गए. जिस पर कांग्रेसियों ने फायदा उठाते हुए विधायक दीपक पटेल को वहा उपस्थित होने की बात कहते रहे, और विधायक को लाओ का नारा लगते रहे.

मामले को शांत न होते देख भाजपा जन प्रतिनिधि के सदस्य सुदर्शन अग्रवाल वहा से चले गए वाही इस नज़ारे को देख जनता मूक दर्शक बनी रही. क्योंकि जिस आन्दोलन की नीव जनता ने राखी थी वह डगमगाने लगा था, वही क्षुब्ध कांग्रेसियों ने विधायक को न पाकर उसके लापता होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराइ.
मीडिया में जैसे ही बात की खबर छपी आनन् फानन में भाजपाइयो ने एक बैठक आहूत की जिसमे उन्होंने कांग्रेसियों की मानसिकता को छोटा बताया.

जिला बनाओ संघर्ष समिति के इस आन्दोलन में विधायक के लापता होने की खबर जसी ही प्रकाशित हुई आन्दोलन बिखर गया. क्योंकि जिस सोच से यह आन्दोलन शुरू किया गया था वो सोच ही दूषित निकली. जनता दो चक्कों के पातो में पिस कर रह गयी. और एक तरफ भाजपाई कांग्रेसियों पर आरोप लगते हैं और दूसरी तरफ कांग्रेसी भाजपाइयो पर निशाना साधते रहते हैं लेकिन दोनों ही सूरतो में मनेन्द्रगढ़ की जनता पिसती नजर आई वही स्वार्थ की राजनीति से उठकर अगर मनेन्द्रगढ़ के हित के बारे में नेताओ ने सोचा होता तो शायद यह आन्दोलन अन्ना हजारे के जैसे विशाल रूप लेता लेकिन राजनीति हमेशा अपना स्वार्थ देखती है.

August 22, 2011

Kabad

मनेन्द्रगढ़ पुलिस ने एक ट्रक कबाड़ जब्त किया, बताया जाता है. की उक्त ट्रक भाजपा नेता की है, और पुलिस अभी विवेचना कर रही है कि यह कबाड़ किसका था, और किसे भेजा जा रहा था. फ़िलहाल पुलिस ने ड्राईवर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

शहर में इन दिनों अवैध धंधो का काम जोरो से चल रहा है कबाड़ हो या सट्टा या फिर जुआं जैसे सभी धंधो को स्थानीय नेताओ की पनाह पर संचालित किया जा रहा है. पूर्वे में शहर में जिस कबाड़ी का व्यवसाय फलफूल रहा था उस पर कतिपय नेताओ की मेहरबानी थी, जिससे वह संचालित हो रहा था और भाजपा के संगठन में बदलाव के बाद इस कबाड़ी पर दो चार बार कार्यवाही की गयी, और उसके बाद फिर से आज एक कार्यवाही की गयी. सूत्रों के अनुसार यह कार्यवाही पुराने कबाड़ी के इशारे पर की गयी, हैरानी वाली बात यह है कि जिस ट्रक में कबाड़ लड़ा हुआ था. भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष अरविन्द गुप्ता की बताई जा रही है जिस पर पुलिश भी कुछ बोलने से कतरा रही है.

भले ही पुलिस कुछ न बोले लेकिन परदे के पीछे की कहानी सभी जानते हैं. जरुरत है इन धंधो पर कठोरता से कार्यवाही करने की ताकि जितने भी अवैध्य धंधे चल रहे हैं उन पर अंकुश लगाया जा सके.



(सहारा समय)

August 20, 2011

Mashal Raili

मनेन्द्रगढ़ को जिला नहीं बनाये जाने का मामला अब गर्माता जा रहा है. स्वंत्रता दिवस पर मुख्य मंत्री रमन सिंह द्वारा घोषित नए ९ जिलो की सूची में मनेन्द्रगढ़ नाम नहीं होने से लोग सड़को पर उतर आये हैं. जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले जिला नहीं जाने के विरोध में ६ दिनों से लगातार कई तरह से प्रदर्शन किये जा रहे हैं. प्रदर्शन ६ वे दिन आज शाम को लोगो ने सड़क में उतर कर मशाल रैली निकली व जिला बनाने की मांग का पुरजोर समर्थन किया. विवेकानंद चौक से प्रारंभ हो कर रैली प्रारंभ हो कर तहसील तक गयी. और वहां मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. मशाल रैली में बड़ी संख्या में नागरिक लोग शामिल हुए. १५ अगस्त से प्रारम्भ इस आन्दोलन में अब तक चक्का जम, महा बंद, शासकीय कार्यालयों को बंद kar, मुस्लिम समाज की रैली,  महिलाओ की रैली, स्कूली बच्चो की रैली के बाद अब मशाल रैली निकल कर प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी चरणबद्ध आन्दोलन में मनेन्द्रगढ़ की सबसे पुराणी जिला बनाने की मांग को लेकर कल नगर में सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है.



(सहारा समय)

Schooli bachcho ki Vishal Raili

मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने के समर्थन में आज ६वे दिन स्कूली बच्चो ने विशाल रैली निकली और रमन सिंह को जगाने की कोसिस की

आन्दोलन के ६वे दिन लगभग ५००० से अधिक स्कूली बच्चो ने विशाल रैली निकली इस रैली में सभी स्कूली बच्चो ने सहभागिता दर्ज कराइ. स्कूली बच्चो की एक ही मांग थी कि मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाया जाये. हम आपको बता दे कि ९ जिलो कि मुख्यमंत्रिय घोषणा के बाद आन्दोलन प्रारम्भ हुआ है. और दिन प्रतिदिन आन्दोलन ताज होता जा रहा है. जिसमे कल महिलाओं ने सहभागता दर्ज करायी और आज स्कूली बच्चो ने रैली निकली.

स्कूली बच्चो ने लगभग १८ स्कूलों के बच्चो में भाग लेकर एस डी एम् को ज्ञापन देने पहुंचे तो आर. डी. एम्. ने आन्दोलन करियो के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही इस बात से बिफरे आन्दोलन कारियों ने एस डी एम् के खिलाफ नारे बाजे की फिर तहसीलदार ने जन आक्रोश देखते हुए ज्ञापन लिया. प्रशासन के खिलाफ नारे बजी को देखते हुए हमने इस सन्दर्भ में नायब तहसीलदार ने बताया आज छुट्टी के दिन एस.डी.एम् कार्यालय और तहसीलदार कार्यालय बंद था इस कारन गयापन लेने में देरी हुई. 

जिला बनाने की मांग आगे किस करवट बैठेगी कि यह कह पाना मुश्किल है लेकिन आन्दोलन की धार दिन प्रतिदिन तेज़ होती जा रही है.


(सहारा समय)

August 19, 2011

Andolan ke liye Nikali Raili

मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने में दिन प्रति दिन लोगो का समर्थन बढ़ते जा रहा है. अब तक सिर्फ पुरुषो द्वारा आन्दोलन जारी था, लेकिन अब घर की महिलाये भी चूल्हा चौका छोड़ कर सड़को पर उतर आई है साथ ही मुस्लिम में समुदाय ने भी रैली निकल कर मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने में अपना समर्थन दिया.

आन्दोलन ज्यो ज्यो बढ़ता जा रहा है त्यों त्यों भावुकता से लोग आन्दोलन से जुड़ते जा रहे हैं. पहले महाबंद  चक्का जाम शैक्षणिक संसथान बंद, शासकीय कार्यालय बंद, पेट्रोल पम्प बंद, बैंक बंद, कराने के बाद, ऑटो संघ की हड़ताल के बाद, आज आन्दोलन के पांचवे दिन पर शुक्रवार की नमाज अदा करने के बाद सारे मुस्लिम भाइयों ने मस्जिद से ही रैली निकली, साथ ही रोजे की नमाज़ में डॉ. रमन सिंह को जिला बनाने की दुआ अल्लाह से की. और हजारो की संख्या में विशाल रैली बनाकर शहर के मुख्या चौराहों व सड़को से निकल कर प्रदर्शन करते हुए, तहसीलदार को जिला बनाने के सन्दर्भ में ज्ञापन सौपा. और इसके बाद मनेंद्रगंढ़ जिला बनाओ के आन्दोलन को बढ़ाते हुए साड़ी महिलाओं ने घर छोड़ कर करीब एक किलोमीटर लम्बी रैली निकल कर मुख्या मंत्री को जगाने का प्रयास किया गया. इस रैली में किसी पार्टी विशेष के लोग न हो कर सभी धर्मं और समुदाय के लोग शामिल थे. अपने गृह कार्यो को छोड़ कर महिलाओ ने जिस प्रकार डॉ. रमन सिंह को जगाने का प्रयास किया वो काबिले तारीफ़ था. इस रैली में साड़ी महिलाये जोश खरोश से लबालब थी.

आन्दोलन का ५वा दिन था और अब जिला बनाओ संघर्ष समिति ने संसद डॉ. चरण दस महंत, क्षेत्रीय विधायक दीपक पटेल और भरतपुर विधायक फूलसिंह के संरक्षण में एक टीम गठित की है जो जल्द ही मुख्य मंत्री डॉ. रमण सिंह से मिलेगी और रायपुर मिलने जाएगी. और मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की अपनी मांग को पुख्ता तौर पर उनके समक्ष रखेगी.


(सहारा समय)

August 18, 2011

Mahaband Ka Andolan

एंकर: मनेन्द्रगढ़  को जिला बनाने की मांग अब पुरे मनेन्द्रगढ़ के साथ केल्हारी नागपुर भरतपुर झगरखंड खोंगापानी लेदरी नगर पंचायतो में भी जोर पकड़ने लगी है. जिला बनाओ संघर्ष समिति के तत्वाधान में जहाँ चरण बढ आन्दोलन जारी है वही क्षेत्र से जुडी नगर पंचायतो को कांग्रेसियों ने आज बंद करवाया.

वीओ- १६ अगस्त से आन्दोलन रत जिला बनाओ संघर्ष समिति का संघर्ष दिन प्रतिदिन तेज होता चला जा रहा है समिति के सदस्यों का मानना है की हम रमन सरकार को पहले गांधीवादी तरीके से मांग मनवाने पर अड़े हैं. और अगर फिर भी मुख्या मंत्री का दिल न पसीजा तो आन्दोलन को उग्र रूप देना पड़ेगा और इससे भी पीछे नहीं हटेंगे पहले बंद फिर चक्का जाम को सफल बनाने के बाद आज समिति के सदस्यों ने सारे बैंक सिनेमा घरो शैक्षणिक संस्थाओ पेट्रोल पम्पो के साथ-साथ सस्किया कार्यालयों को बंद करवाया. वही कुछ शासकीय कार्यालयों में आन्दोलन कारियों और पुलिश के बीच कुछ अन बन भी हुई. जिला बनाओ संघर्ष समिति का साफ़ कहना है की वे अपने विधायक दीपक पटेल की वापसी का इंतजार कर रहे हैं. उनके आने के बाद सुनिश्चित किया जायेगा की आन्दोलन कितना उग्र करना होगा. हम आपको बता दे की विधायक दीपक पटेल पारिवारिक कारणों से, गुजरात गए हुए हैं संभवतः वे २१ अगस्त तक लौटेंगे. तब तक आन्दोलन शांति पूर्ण ढंग से प्रदर्शन करेंगे आन्दोलन के अगले चरण में कल १९ अगस्त को मनेन्द्रगढ़ की समस्त महिलाये सड़को पर प्रदर्शन करेंगी वही आन्दोलन के समर्थन में ऑटो यूनियन ने भी ऑटो के पहिये थाम दिए. सुबह ९ बजे से शाम ५ बजे तक शहर में एक भी ऑटो नहीं चला. वही इनके समर्थन में नगर पंचायत खोंगापानी और नयी लेदरी के सारे व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे गए.
दिनोदिन बढ़ते इस आन्दोलन के नेताओ ने मनेन्द्रगढ़ विधायक के साथ-साथ भरतपुर सोनहत के विधायक फूलसिंह का भी समर्थन प्राप्त कर लिया है. वही सांसद महंत ने भी मनेन्द्रगढ़ की मांग जायज ठहराते हुए मुख्य मंत्री रमण सिंह से मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की मांग की जाये.


(सहारा समय)

August 17, 2011

Chakka Jam kar kiya Virodh

९ जिलो की घोषणा में मनेन्द्रगढ़ का नाम शामिल नहीं किये जाने पर मनेन्द्रगढ़ वाशियों ने विरोध प्रदर्शन करने के लिए १६ अगस्त को महा बंद का आह्वाहन किया था. और १७ अगस्त को लोग सड़को पर उतर आये. और सारे रास्तो को जाम कर दिया..

मुख्य मंत्री डॉ. रमण सिंह की घोषणा के बाद सारा मनेन्द्रगढ़ धधक उठा. मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने के लिए नगर पंचायत झगराखंड, खोंगापानी, लेदरी, नगरनिगम चिरमिरी, खडगवां जनपद,  केल्हारी, के साथ-साथ भरतपुर, जनकपुर, नागपुर, का भी समर्थन मिलने लगा है. सारे लोगो ने एक सुर में मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की मांग का समर्थन किया है, भाजपा, कांग्रेस, समाज सेवी संगठन, श्रमिक संगठन, व्यापारिक संगठन सभी लोग खुल कर सामने आ रहे हैं. और प्रसाशन के ऊपर मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाये जाने का दबाव बनाया जा रहा है, जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले चरण बद्ध आन्दोलन किये जाने की तैयारी की जा रही है. जिसके पहले चरण में महाबंद का सफल आयोजन किया गया. वही चक्का जाम किया गया
जिसमे मनेन्द्रगढ़ से अंबिकापुर, मनेन्द्रगढ़ से शहडोल, और मनेन्द्रगढ़ से बिलासपुर जाने वाले सरे मार्गो को अवरूद्ध कर दिया गया. NH47 में चक्का जाम की स्थिति निर्मित होने पर पुलिस ने भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी. वही इस चक्का जाम के समर्थन में झगराखंड नगर पंचायत के निवासियों ने भी ३ घंटे का चक्का जाम रखा. जिला बनाओ संघर्ष समिति ने आन्दोलन के अगले चरण में समस्त शासकीय कार्यालयों, सिनेमा घरो, पेट्रोल पम्पो, एवं शैक्षणिक संस्थाओं को बंद रखने का आह्वाहन किया है. प्रसाशन ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए, पूरी तैयारी कर ली है और भारी पुलिश बल शहर के चप्पे चप्पे में तैनात कर दिया गया है. मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की मुहीम में महिलाये भी पीछे नहीं है, एक तरफ जहाँ पेंड्रा में रेनू जोगी ने कमान संभाली है तो वही मनेन्द्रगढ़ में भाजपा नेत्री अर्चना जैसवाल ने मोर्चा संभाला है

आन्दोलन कारियों की मांग है कि मनेन्द्रगढ़ से छोटे नगरो को जिले में शामिल किया गया है तो मनेन्द्रगढ़ को भी शामिल किया जा सकता है. बहरहाल अभी तक आन्दोलन शांतिप्रिय ढंग से चल रहा है. और मुख्य मंत्री डॉ. रमण सिंह की सरकार पर दबाव बनाये जाने की कोसिसे की जा रही है वाही राजनैतिक पार्टियों के नेता भी अपने अपने स्तर पर जिला बनाने की संभावनाओ को तलाश रहे हैं. हांलाकि यह आन्दोलन कितना लम्बा होगा. यह कह पाना मुश्किल है. लेकिन यहाँ की जनता इस बार आर पार की लड़ाई के मूड में है.

Nadi Me Baha Yuvak Lash mili

15 अगस्त की रात में डॉ. नियोगी नरसिंह होम के पास हसिया नदी पर बने रपटे में सतीश नाम का एक युवक ने नदी पार करते समाये नदी के तेज बहाव के साथ बह गया. नदी में रपटे से ऊपर करीब ३ फिट पानी बह रहा था. जिस पर सतीश नाम का युवक अपनी मोटर साइकिल ले कर जाने की कोसिस कर रहा था कि अचानक बीच में उसकी गाड़ी बंद हो गयी और पानी के तेज बहाव में वह बहता चला गया. उसके साथ में उसका एक दोस्त भी था जो अपनी जान बचाने में सफल हो गया था.

 दुसरे दिन सुबह रेस्क्यू टीम की छान बीन में युवक की लाश अस्पताल के पीछे चट्टानों में फसी मिली. बताया जाता है कि युवक की शर्ट नहीं थी और नाक से खून निकल रहा था. युवक के परिवार वाले बहुत ही दुखी थे.


August 16, 2011

Jila Banao Andolan


१५ अगस्त को ९ जिलो की घोषणा के साथ ही मनेन्द्रगढ़ में विरोध की लहर दौड़ गयी. यहाँ की जनता और जनप्रतिनिधयों को पूरा विश्वास था कि नवीन जिलो की घोषणा होगी तो उसमे मनेन्द्रगढ़ का नाम अवश्य शामिल होगा. लेकिन एक बार फिर मनेन्द्रगढ़ की जनता के साथ सौतेला व्यव्हार किया गया.

मुख्य मंत्री डॉ. रमन सिंह ने ९ नवीन राजश्व जिलो की घोषणा की जिसमे मनेन्द्रगढ़ का नाम शामिल नहीं किया गया जबकि विधान सभा चुनावो के पूर्व भाजपा के मेंनफेस्टो में मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाया जाना. शामिल था, विधानसभा चुनाव पूर्व मुख्य मंत्री रमन सिंह ने कोरिया की जनता को अपने उदबोधन में कहा था अगर आप मुझे तीनी विधानसभाओ में भाजपा को जिताते है तो मै कोरिया जिले को गोद ले लूँगा. और यहाँ पर विकास की गंगा बहेगी. लेकिन आज जारी हुई जिले की सूचियों में मनेन्द्रगढ़ का नाम शामिल नहीं था.जिससे मनेन्द्रगढ़ वासी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. जैसे ही ये खबर नगर में फैली सारे जनप्रतिनिधि  एकत्रित  हो  गए  और एक मंच बना कर मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने का संकल्प लिया जिसमे भाजपा, कांग्रेस, जनता दल, के साथ साथ  समस्त  व्यापारी  संगठनो ने भी सहभागिता ली और सभी लोग एकत्रित हो कर रैली निकल कर एस.डी.एम् को ज्ञापन सौपा.
मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने में सभी दलों के लोग एक मंच पर नज़र आये देखना यह होगा की यह पहल कितनी कारगर सिद्ध होती है. और यह आन्दोलन कितना उग्र रूप धारण करेगा यह कह पाना मुश्किल है.


(सहारा समय)

August 02, 2011

Nayab Tahseeldar Par Rishwat Ka Mamla

कोरिया के मनेन्द्रगढ़ तहसील में नायब तहसीलदार द्वारा जाती प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है. शिकायतकर्ताओ का कहना है कि जाती प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर नायब तहसीलदार व उनके बाबुओ द्वारा 700 से 1000 रुपये की मांग की जा रही है. इस बात की शिकायत को ले कर के ग्रामीण युवाओ द्वारा मनेन्द्रगढ़ थाना व एस डी एम् कार्यालय में शिकायत दर्ज करायी गयी है.


कुंजाराम लोहारी गाँव का रहने वाला है. जिसे स्थानीय स्वस्थ्य केंद्र में नौकरी भी मिल गयी है. लेकिन उस नौकरी को पाने के लिए कुछ जरुरी दस्तावेज कार्यालय में जमा करना है. कुंजाराम ने समस्त दस्तावेज एकत्रित कर लिया है लेकिन जाती प्रमाण पत्र के लिए वह २० दिन से तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहा है. कुंजाराम से प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर नायब तहसीलदार द्वारा रुपये मांगे जा रहे हैं. इस बात का विरोध करते हुए कुंजाराम ने स्थानीय एस डी एम् एवं पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी है. 

कुंजाराम अकेला ऐसा शख्स नहीं है इसकी बहादुरी को देखते हुए और भी कई युवको ने नायब तहसीलदार के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का साहस जुटाया है. थाना परिसर में टहलते हुए ये युवक जाती प्रमाण पत्र की वजह से कॉलेज में अपना एड्मिसन नहीं करवा पाए. इनमे से कुछ लोग १५-२० दिन से भटक रहे हैं तो कुछ लोग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए साल भर तहसील के चक्कर काट रहे हैं. हम आपको बता दे कि ये सारे ग्रामीण दूरस्थ वनांचलो से सम्बंधित है तथा इन्हें मनेन्द्रगढ़ थाने जाने में काफी परेशानी होती है. राम कुर्रे और बल्लू सिंह जो की दर्री टोला के निवासी है, उन्हें साल भर से प्रमाण पत्र के लिए घुमाया जा रहा है. आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि अधिकारीयों कि पैसे भूख इतनी बढ़ गयी है कि वो किसी अपंग आदमी के ऊपर भी तरस नहीं खाते हैं. सागर सिंह जो कि ग्राम सेमरा का निवासी है उसने सहारा समय को बताया कि १००० रुपये देने के बाद कैसे खुद अपना प्रमाण पत्र अपने हाथो से जारी किया,

सागर ने जब देखा कि नायब तहसीलदार के खिलाफ सभी लोग एकजुट हो रहे हैं. तो उसे भी साहस आ गया वह भी थाने में शिकायत दर्ज करने पहुँच गया. इस सम्बन्ध में जब एस डी एम् से बात कि गयी तो उन्होंने बताया कि शिकायत हमे प्राप्त हो चुकी है और हमने कार्यवाही के आदेश दे दिए हैं. वाही इस बात से प्रभारी तहसील पूरी तरह अनभिज्ञ नज़र आये.



फाविओ- इन शिकायतों के बारे में जब हमने मनेन्द्रगढ़ पुलिस से जानकारी चाही तो विवेचना अधिकारी ने यह कह कर टाल दिया कि मामले कि विवेचना की जाएगी एवं तथ्य उजागर होने के बाद बताया जायेगा. वही इस सम्बन्ध में हमने नायब तहसीलदार का पक्ष भी जानना चाहा तो वो ऑफिस में मौजूद नहीं थे. जाती, निवास, व आय प्रमाण पत्रों को दलालों ने व्यवसाय बना रखा है. इसी वजह से आम आदमी से अधिकारी मुह खोल कर पैसा मांगते हैं. देखना यह होगा कि उक्त अधिकारी के खिलाफ प्रशासन शिकायत मिलने के बाद क्या कार्यवाही करता है.

Manendragarh ki Sabse Badi Aag

मनेन्द्रगढ़ के फौवारा चौक के पास मनेन्द्रगढ़ की सबसे पुरानी किराना दुकान भोला प्रसाद किशोरीलाल जी की दूकान में सोर्ट सर्किट से आग लगने के कारण किराना व्यवसायी को लाखो का नुकसान हो गया. दुकान पूरी तरह से जल कर खाक हो चुकी है. जब से आग का पता चल है स्थानीय नागरिको तथा पड़ोसियों द्वारा आग को बुझाने का आग पर काबू पाने की कोसिस की जा रही है.

सुबह लगभग ५:३० बजे जब एक जोरदार धमाके के साथ दुकान का शटर बाहर फेकाया, तब फौवारा चौक के लोगो को पता चला की किराना दुकान में भीसन आग लगी है. दुकान के मालिक का निवास दूसरी जगह होने के कारन किसी जान को नुक्सान नहीं पहुंचा. वही दूसरी ओर दुकान में रखा हुआ लगभग २५ लाख से ऊपर का राशन का सामन जल कर पूणर्तः खाक हो गया. जब स्थानीय लोगो को आग का पता चल तो उन्होंने सबसे पहले पुलिस थाने फ़ोन किया उसके बाद दमकल विभाग को इसकी सूचना दी गयी परन्तु दमकल विभाग के एक घंटे बाद पहुँचाने के कारन आग अपना विकराल रूप ले चुकी थी और दूकान में रखे सारे सामन को खाक कर चुकी थी. और अब यह आग पड़ोस के दुकानों तक धीरे धीरे कर के पहुँच रही थी. अगल बगल के घरो में भी इसका खासा प्रभाव देखने को मिल रहा है. इसके बाद दमकल विभाग के द्वारा आग बुझाने का कार्य किया जा रहा है.

आग के लगने का कारन सोर्ट सर्किट माना जा रहा है. इस जगह बिजली के तारो का जाल ऐसे फैला हुआ है कि कोई भी दुर्घटना होना आम बात लगती है. अगर बिजली विभाग इस ओर पहले ही ध्यान दे दिया होता तो शायद यह दुर्घटना होने से बच जाती. इससे बिजली विभाग कि लचर व्यवस्था उजागर होती है वही दमकल विभाग भी अगर मौके पर सही समय पर पहुँच जाता तो निश्चित रूप से आग पर काबू पा कर नुक्सान को कम किया जा सकता था. अब देखना यह होगा कि इस दुर्घटना के बाद बिजली विभाग और दमकल विभाग कोई सबक लेती है या अपना वही रवैया दिखाती है.

फ़िलहाल ताज़ा जानकारी के आने तक यहाँ पता लगा है की आग पर काबू प् लिया गया है. और अब यह पता लगाना मुश्किल होगा कि व्यापारी को कितने कि हानी हुई है.


(सहारा समय)

August 01, 2011

1 Mahine Me 2 Lashe

कोरिया जिले में दिनों दिन बढ़ रहे अपराध के ग्राफ से पुलिश के माथे में चिंता की लकीरे बढ़ने लगी है. आये दिन चोरी, चैन स्नेचिंग का मामला सुनाई दे रहे थे, लेकिन अब जिले में हो रही हत्याए परेशानी का सबब बन गयी है.

४ जुलाई २०११ को जिले के मनेन्द्रगढ़ थाना के अंतर्गत सिरोली ग्राम में सरकती लाश से पूरा मनेन्द्रगढ़ सिहर उठा था, ग्राम सिरोली में सरकटी लाश को देख कर पुलिश के सामने भी कई प्रश्न खड़े हो गए थे, पुलिश अभी इस मामले की छानबीन कर ही रही थी की केल्हारी थाना क्षेत्र में एक और सर कटी लाश ने पुलिश की नींद उड़ा दी. ४ जुलाई की घटना को एक माह भी नहीं बिता था की २९ जुलाई को इस लाश ने फिर से पुलिश महकमे के ऊपर सवाल खड़े कर दिए, हालाँकि पुलिश ने इस बार फोरेंसिक एक्सपर्ट को भी साथ ले लिया लेकिन फिर भी शव का सर पुलिश नहीं खोज पायी. लेकिन जिस करता से हत्या की गयी थी जिस पर पुलिश का कहना था की शव को यहाँ प्लांट किया गया है.
माह भर में दूसरी हत्या वो भी पिछले ही तरीके से, इससे यह प्रतीत होता है कि जिसने भी यह हत्या कि है योजना बढ तरीके से कि है. फिर फोरेंसिक एक्सपर्ट कहना है कि पोस्ट मार्टम से कोई खुलासे हो सकते हैं.

हांलाकि पुलिश कुछ भी कहे लेकिन माह में दूसरी बार हत्या पुलिश कि कार्य प्रणाली को संदेहों के घेरे में खड़ा कर रही है, पहली हत्या कि गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई और दूसरी हत्या फिर हो गयी. पहली हत्या पुरुष कि थी इस बार महिला कि है. वो भी नाबालिग. देखना होगा पुलिश इन दोनों हत्याओ कि गुत्थी कब तक सुलझा पाती है.

PMT Topper

पिछले दिनों छ.ग. पी एम् टी का रिजल्ट घोषित हुआ जिसमे इस परीक्षा परिणाम में कोरिया जिले की निधी सिंह ने प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है वही इमरान ने आठवा स्थान प्राप्त किया है इत्तेफाक की बात यह है की दोनों ही परीक्षार्थी कोरिया जिले के पटना में रहते हैं.

साधारण परिवार की रहने वाली निधी के पिता पेशे से BMS डॉ. है और कोरिया जिले के छोटे से कसबे पटना में प्रेक्टिस कर के अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं .डॉ. एम् एन सिंह ने बताया की उनकी बच्ची निधी बचपन से ही पढने में होसियार थी अपनी सुरुआती पढाई निधी ने पटना में ही की फिर उसकी पढाई क्षमता को देखते हुए उनके पिता ने भिलाई कोचिंग के लिए भेज दिया. निधी ने १० वीमें ९०% पा कर एवं १२वि में ९१% पा कर अपने माता पिता का नाम रोशन किया. निधी के पिता को विश्वास था कि उनकी पुत्री एक न एक दिन मेडिकल परीक्षा में उनका नाम रोशन करेगी. अपनी पुत्री को छ. ग. में दूसरा स्थान पा कर देख कर उनकी माँ मनोरमा सिंह भी बहुत खुश है उनसे बात करते हुए हमे पता चल कि निधी २ बार पहले भी परीक्षा दे चुकी है किन्तु उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी थी. तीसरी बार में निधी को सफलता मिली. कोचिंग इंस्टीट्युट में होने वाले आल इंडिया टेस्ट में भी वो हमेसा अव्वल आती थी और उन्होंने कई अवार्ड भी इन प्रतियोगिताओ में जीते हैं.

निधी के साथ ही पटना के इमरान ने PMT में आठवा स्थान प्राप्त किया है. हलाकि इमरान भी चार बार पूर्व में परिक्षाये दे चूका है और ५वि बार में उसने सफलता हासिल कि है इस परिणाम से इमरान के परिवार वाले और दोस्तों में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी है. खुस इमरान को भी यकीं नहीं हो रहा है की वो टॉप १० में सामिल हो गए है.  उक्त दोनों उपलब्धियों से जिले वासियों को भी गर्व है.


(सहारा समय)

Niyam Ke Viruddh Sharab Dukan

सरकारी नियम बनाये जाते हैं सरकार को विश्वास कायम रखने के लिए लेकिन नियमो को सरकारी कर्मचारी ही घटा बढ़ा देते हैं. जिससे जनता में अविश्वास पैदा हो जाता है. और मजबूरन सरकारी नियमो का पालन करने जनता को आगे आना पड़ता है.

आबकारी एक्ट के तहत कोई भी शराब दुकान शैक्षणिक संसथान, मंदिर, आश्रम या फिर ऐसी जगह नहीं होनी चाहिए जिससे आम जीवन पर दुष्प्रभाव पड़े. इस नियम का पालन कठोरता से करने हेतु आबकारी में प्रावधान है और इसका पालन न करने पर शराब लाइसेंसी की लाइसेंस तक रद्द करने का प्रावधान है परन्तु क्या फर्क पड़ता है जब आबकारी अधिकारी की प्रत्यक्ष रूप से मजूरी हो तब लाख जनता आन्दोलन या शिकयत करे. ऐसे नियमो की धज्जिया उड़ने में देर नहीं लगती है समूचे कोरिया जिले में सबसे महंगा ठेका इस वर्ष मनेन्द्रगढ़ का हुआ है शुरुआत से यह शराब ठेका विवादों में घिरा रहा है कभी प्रिंट रेट से महँगी शराब बेचना तो कभी खुले आम ठेकेदारों से स्थानीय होटलों में शराब बिकवाना. ताजा विवाद इस शराब दुकान का कन्या विद्यालय के महज १२८ फिर की दूरी का मामला सामने आया है शिकायत करता संतोष गुप्ता की माने तो आबकारी एक्ट के अनुसार १५० फिट के दायरे में किसी भी शैक्षणिक संसथान, मंदिर, अस्पताल, बस सतिंद, धरमशाला, आदि, होना चाहिए, परन्तु मनेन्द्रगढ़ में संचालित विदेशी शराब दुकान एवं देशी शराब दुकान दोनों नियम के विरुद्ध चल रही है.

शिकायतकर्ता की माने तो मनेन्द्रगढ़ में देशी एवं विदेशी मदिरा दुकान नियम विरुद्ध चल रही है इस सम्बन्ध में जब आबकारी विभाग के अधिकारीयों से चर्चा की तो वे कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया ज्ञात हो पूर्व में उक्त दुकानों के खिलाफ आन्दोलन एवं धरना प्रदर्शन हो चूका है लेकिन दुकान संचालको एवं आन्दोलनकारियों के बीच आबकारी अधिकारियो ने जबरदस्त मध्यस्थता भुकिमा निभाई. फलस्वरूप दुकाने यथावत रही लेकिन आन्दोलन समाप्त हो गया. इसे महज इत्तेफाक कहे या साजिश कि दो बार आन्दोलन करने के बाद भी दुकाने हट नहीं पायी अब देखना यह होगा की कि इस शिकायत पर क्या सरकार गंभीर होती है या फिर से इस मामले को दबा दिया जाता है.

(सहारा समय)