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कोरिया समाचार

अधिकार समझ कर ले योजनाओ का लाभ: संसदीय सचिव श्री राजवाड़े।

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चिरमी जन समस्या निवारण शिविर में 67 आवेदन मौके पर ही हुए निराकृत

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किसानो को स्प्रेयर पुमप, वन्धिकार के पट्टे व निःशुल्क बीज मिनीकिट का वितरण

कोरिया समाचार

प्राकृतिक आपदा पीडितो को मिली 3.27 लाख रूपए की रहत राशी.

कोरिया समाचार

संसदीय सचिव श्री राजवाड़े जी ने प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र भवन का किया लोकार्पण.

कोरिया समाचार

झुमका बाँध में बाढ़ आपदा प्रबंधन का हुआ पूर्वाभास. सेना के तैरक और मछुआ समिति के सदस्यों ने बाढ़ राहत कार्य का किया संयुक्त पूर्वाभास. एस.इ.सी.एल. द्वारा गैस और अग्नि दुर्घटना की स्थिति में किये जाने वाले आपदा प्रबंधन का प्रदर्शन.

July 27, 2011

Charan Das Mahant


केंद्रीय कृषि एवं खाद्य संस्करण (राज्य मंत्री) मंत्री डॉ. चरण दस महंत का एक दिवसीय कोरिया जिला दौरा सम्पन्न हुआ. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओ में काफी उत्साह देखने को मिला एवं जगह जगह स्वागत किया गया.

डॉ. महंत अपने तयशुदा कार्यक्रम अनुसार रविवार शाम ६ बजे खडगवा ब्लाक से अपने दौरे की शुरुआत करते हुए चिरमिरी एवं बैकुंठपुर सहित रात लगभग ११ बजे मनेन्द्रगढ़ राजस्थान भवन पहुंचे इस दौरान समस्त कार्यकर्ताओ का अपने सांसद एवं मंत्री का आतिशी स्वागत किया. मनेन्द्रगढ़ में अपने कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कोरिया मेरा प्रथम विकास लक्ष्य है और मै हर संभव विकास जिले के लिए करूँगा मिडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा की "नक्सल समस्या के लिए छ.ग. सरकार दोषी है. वही गृहमंत्री अपने पद पर बने रहें लायक नहीं है" साथ ही उन्होंने डॉ. रमण सिंह की सलाह दी की "वे गृहमंत्री का पद संभाले" मनेन्द्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज खुलने के सम्बन्ध में बताया की केमु की प्रक्रिया है उसमे देर लग सकती है लेकिन मेडिकल कॉलेज जरुर खुलेगा वही कोरिया में पॉवर प्लांट की स्थापना के जवाब में उन्होंने कहा की मनेन्द्रगढ़ विधायक या छ.ग. सरकार की तरफ से केंद्र को अब तक कोई प्रोजेक्ट बना कर नहीं भेजा गया है. जिसमे मंजूरी दी जा सके. गौरतलब है की मनेन्द्रगढ़ विधायक दीपक पटेल द्वारा यह कहकर पॉवर प्लांट के सवाल को ताला था कि केंद्र सरकार कि मंजूरी अभी तक नहीं मिल पाई है.


(जी एन एन)

July 24, 2011

Gaurav Patah Ka Ghotala

कोरिया के मनेन्द्रगढ़ नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर २ बार काबिज हो चुकी प्रभा पटेल को ५ साल के लिए चुनाव से अयोग्य घोषित करने करने का आदेश जैसे ही आया, वैसे ही मनेन्द्रगढ़ सहित कोरिया जिले की राजनीति गर्म हो गयी.

कांग्रेस की सीट पर २ बार चुनाव जीत चुकी प्रभा पटेल की तैयारी अब तीसरी बार फिर से अध्यक्ष बनने की थी क्यों की सूत्रों के हवाले कयास लगाये जा रहे हैं की आगामी नगर पालिका चुनाव में पिछड़ा वर्ग महिला को नेतृत्व करने का मुका मिल सकता है. जो की मनेन्द्रगढ़ में पहली बार घोषित होगा. इसके पूर्व प्रभा पटेल सामान्य सीट और पिछड़ा पुरुष वर्ग में चुनाव जीत कर आई थी इस नज़र से कांग्रेस की सशक्त उम्मीदवार के रूप में अगर पिछड़ा वर्ग महिला सीट अरक्षित होती है तो प्रभा पटेल कांग्रेसियों की पहली पसंद रहेंगी और इन्हें टिकिट मिल सकती है. लेकिन नागरीय एवं प्रसाशन विभाग के २२/०७/२०११ आदेश के अनुसार प्रभा पटेल ५ साल के लिए किसी भी चुनाव के अयोग्य घोषित किया जाता है. बड़ा महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है.

प्रभा पटेल को गौरव पथ निर्माण मामले में भ्रष्टाचार में संलिप्त बताते हुए ५ साल के लिए किसी भी चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित किया गया है . श्रीमती प्रभा पटेल २००४-०९ के बीच अध्यक्षा रहते हुए गौरव पथ का निर्माण कराया था जिसके निर्माण लागत लगभग ८० लाख रुपये थी. उक्त निर्माण कार्य में सड़क कि गुणवत्ता नाप जोख तथा भू अभिलेखों में छेड़छाड़ मानते हुए राज्य शासन ने प्रथम चरण में ये आदेश जारी किया है, वही इस आदेश कि गाज तत्कालीन CMO मनोज सिंह जो वर्तमान में दुर्ग में पदस्थ है उन पर भी गिरने कि पूरी सम्भावना है. वही तत्कालीन इंजिनियर शेखर साहू पर भी यह गाज निश्चित रूप से गिरेगी. इस मामले में जब प्रभा पटेल से बात की गयी तो उन्होंने उक्त आदेश को राजनीति से प्रेरित बताया एवं भ्रष्टचार के मामले में खुद को निर्दोष बताया.

वही दूसरी और शिकायतकर्ता श्री रमाशंकर केसरवानी ने बताया की राज्य शासन का यह आदेश भ्रष्टाचार प्रमाणित होने के बाद आया है, एवं उसके समस्त दस्तावेज प्रमाण समेत उनके पास मौजूद है. इसमें किसी भी प्रकार की राजनीति करना या कहना सरासर गलत है.

गौरव पथ में भ्रष्टाचार का यह मामला बड़ा ही दिलचस्प हो चला है. एक और जहा पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष लपेटे में आ गयी है वही CMO और इंजिनियर पर भी गाज गिरना निश्चित है. वही प्रभा पटेल के विरोधी खेमा इस बात से खुश है की उनके सामने का काँटा अपने आप हट गया. और अब जीत उनकी मुट्ठी में है. देखना यह होगा कि प्रभा पटेल उक्त आदेश को कोर्ट में किस प्रकार चैलेन्ज करती है और पाने विरोधियो का मुह किस प्रकार बंद करती है.



July 21, 2011

Railway Track

कोरिया जिले में लगातार हो रही बारिश से २०/७ की रात बोरीडांड के जंगल में भूस्खलन हो गया है. इस स्खलन से रेल से रेल यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है जिसमे अंबिकापुर जाने वाली एवं आने वाली कई ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है.


रेल अधिकारीयों के मुताबिक २०/७ की रात ८ बजे भूस्खलन हुआ जिसमे बड़ा पत्थर रेल ट्रैक में जा गिरा जिससे बोरीडांड से अंबिकापुर का रेल यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया.  बोरीडांड में घना जंगल है जिसमे पहाड़ो को काट कर रेल ट्रैक बिछाया गया. जिसमे बारिश के समय अक्सर छोटे मोटे भूस्खलन होते रहते हैं. जिसे रेल कर्मचारियों द्वारा फ़ौरन क्लिअर कर दिया जाता था. लेकिन २०/७ को एक बड़ा पहाड़ आकार का पत्थर रेल ट्रैक पर गिरा जिसकी जानकारी होते ही रेलवे रेस्क्यू टीम "पेंड्रा", 'बैकुंठपुर', 'मनेन्द्रगढ़', 'बिजुरी' घटना स्थल पर पहुँच गयी,जानकारी मिलते ही बिलासपुर शहडोल के अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुँच गए. और काफी तेज़ी से मालवा हटाने की तयारी की गयी, घटना स्थल पर जायजा लेने ADRM भी पहुँच गए उन्होंने बताया कि इस हादसे से ४ ट्रेनों को रद्द किया गया है और २ ट्रेनों को लेट से छोड़ा गया है.


वही यात्रियों कि भी बोरीडांड स्टेशन पर देखी गयी देरी से काफी यात्रियों ने तो वापसी का रास्ता पकड़ लिया. वही एक बार रास्ता साफ़ कर जैसे ही दुर्ग अंबिकापुर ट्रेन को क्रास करवाया जा रहा था उसके ऊपर फिर से पहाड़ गिर गया. जिसमे किसी भी यात्री को चोट लगने कि जानकारी नहीं मिली है. लेकिन डिब्बे को देख कर लगता है कि पहाड़ चट्टानी नहीं थी अन्यथा डिब्बे में बैठे यात्रियों को अवश्य चोट लगती, घटना कि पुनरावृत्ति होते ही ADRM ने ट्रेन को वापसी कर दिया एवं लगभग २ बजे ट्रेन को रवाना किया गया. जिससे यात्रियों ने रहत कि सांस ली. वही ADRM के अनुसार २ दिनों में रास्ता पूर्वतया क्लिअर हो जायेगा.

(सहारा समय)

July 19, 2011

Vija Ki Anumati

कोरिया जिले का मनेन्द्रगढ़ थाना इन दिनों सुर्ख़ियों में है शहर में हो रही चोरिया और कुछ दिन पूर्व हुए मर्डर केस को पुलिश अभी सुलझा भी नही पी है की एक पाकिस्तानी नागरिक के वीजा में सील मुहर एवं दस्तखत न लगाने से थाना चर्चा में है और वही अधिकारी थानेदार के अज्ञानता को दोष दे रहे हैं.

सैयद इस्तेफाक हुसैन पाकिस्तान के कराची शहर का रहें वाला है. इसकी ससुराल मनेन्द्रगढ़ के चनावारीडांड ग्राम पंचायत में है. दिनांक १४ जून को इस्तेफाक अपने परिवार सहित भारत सरकार से  वीजा लेकर ३० दिनों की अनुमति लेकर भारत पहुंचा जिसका पासपोर्ट नं. ६८९१३३१ व वीजा नं. p/८९६३२१ था जिसके तहत इस्तेफाक को अपने अपने परिवार को लेकर ६ जुलाई को पाकिस्तान लौटना था. आप सोच रहे होंगे अगर ६ जुलाई को इस्तेफाक को पाकिस्तान लौटना था तो अब तक इस्तेफाक भारत में क्या कर रहा है. तो हम आपको बता दे की इस्तेफाक अपनी मर्जी से नही बल्कि मनेन्द्रगढ़ थाने की मेहरबानी से अब तक भारत में मौजूद है. क्योंकि नियमतः किसी भी परदेशी को अगर शहर में आवक होती है तो उसकी इंट्री थाने में करवाई जाती है. और जाते वक्त उसकी जावक भी लिखी जाती है. यह एक सार्वजनिक प्रक्रिया है जिससे हर मुसाफिर को गुजरना पड़ता है. सैयद जी के मामले में ऐसा हुआ ही नही. जब उन्होंने थानेदार से रेसिडेंटियल परमिट में स्थानीय थाने की सील व मुहर लगवानी थी जिसे दिखा कर मुनाबाऊ बोर्डर पर करना था पर मनेन्द्रगढ़ थाना प्रभारी ने थाने के रेजिस्टर में जाने की तारीख दर्ज किये बगैर और सील मुहर लगाये बिना प्रार्थी को रेसिडेंटियल परमिट वापस कर दिया जिससे उनके परिवार को बोर्डर से वापस लौटा दिया गया. और सदस्यों को कागजी कार्यवाही के लिए फिर से मनेन्द्रगढ़ आना पड़ा.

पाकिस्तानी निवासी सैयद इस्तियाक हुसैन अपनी ९ माह कि बच्ची के साथ दर दर भटक रहे हैं वही मीडिया के दखल देने के बाद पुलिश अधिकारीयों ने अपनी गलती स्वीकारी है और कहा है कि जल्द से जल्द सम्बंधित दस्तावेजो को पूर्ण कर दिया जायेगा जिससे इस्तेयाक अपने वतन वापस लौट सके.


(सहारा समय)

Dahej Pratadna

पैसे की भूख इंसान की इंसानियत का पाठ भुला देती है इसलिए कभी कभी इंसान अपना आप खो देता है और कर देता है ऐसी भूल जिससे उसे समाज में शर्मिंदा होना पड़ता है ऐसी ही एक घटना कोरिया के मनेन्द्रगढ़ में घटित हुई है.
मनेन्द्रगढ़ थाना परिसर में अपने माँ बाप से साथ कड़ी हुई यह औरत सरोज है इसका विवाह १६ मई २०११ को मनेन्द्रगढ़ के देवकुमार के साथ हुआ था. सरोज के माँ बाप की मने तो देवकुमार के माँ बाप ने अँधेरे में रख कर ये शादी की उन्होंने बताया कि वह कालिरी में कार्यरत है लेकिन सरोज और देवकुमार कि शादी के बाद हकीकत सामने आई सरोज का पति देवकुमार बेरोजगार था और तो और वह पहले भी शादी शुदा था और उसके बच्चे भी थे सरोज ने सब कुछ जानते हुए भी देवकुमार को स्वीकार कर लिया. लेकिन शादी के कुछ दिनों के बाद ही दहेज़ कि मांग कि जाने लगी सुरु में तो सरोज शांत रही लेकिन धीरे धीरे जब ससुराल पक्ष कि मांग बढ़ने लगी तो उसने थाने कि शरण ली.
सरोज शहडोल (म.प्र.) कि रहने वाली है उसके ससुराल वालो ने उसे धमकी दी अगर थाने में जाएगी तो जिन्दा जला दिया जायेगा. इस बात को उसने अपने मायके पक्ष में बताया जिस पर थाना मनेन्द्रगढ़ पुलिस ने मामला पंजीबध कर लिया है लड़के और माँ की गिरफ़्तारी हुई लेकिन उनका कहना है की सारे आरोप बेबुनियाद है.
जब तक सरोज के लगाये गंभीर आरोपों को पुलिश तब्दीश नही कर लेते तब तक देवकुमार सलाखों के पीछे नही डालते तब तक मामलो की हकीकत सामने नही आएगी.
(सहारा समय)