SocialTwist Tell-a-Friend

June 14, 2012

Nilambit Swasth Karmi


कोरिया जिले में 2009 में स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती की गई थी इस भर्ती प्रक्रिया के दौरान कई सवाल खड़े हुए थे और विधानसभा में भी यह मुद्दा गूंजा था इस मुद्दे पर जाँच बैठी जाँच में सहायक ग्रेड 2 के कर्मचारी के साथ 76 स्वास्थ्य कर्मियों को निलंबन किया गया
2009 में स्वास्थ्य कर्मियों को भर्ती की गई भर्ती में कुल 106 लोगो ने अपना आवेदन दिया,आवेदन के बाद 2 वर्षो तक क्रमश भर्ती प्रक्रिया चलती रही और कुल 76 लोगो को स्वास्थ्य कर्मियों के पद पर नियुक्ति प्रदान की गई इनकी नियुक्ति में भर्ती प्रक्रिया के नियमो को ताक में रख कर भर्ती की गई. ना ही किसी प्रकार सामूहिक साक्षात्कार लिया गया और ना ही नियुक्ति प्राप्त करने वालो की सूची प्रकाशित की गई इस मामले को मिडिया में उछाला गया तो बात विधानसभा तक पहुंची और विधानसभा में यह प्रश्न गूंजा, जवाब में इस मामले की जाँच के आदेश जिला प्रशासन को दी गई, शुरूआती जाँच में मुख्य चिकित्सा अधिकारी जी.स.ठाकुर का तबादला अंबिकापुर कर दिया और उन्हें चिकित्सा विभाग का डायरेक्टर नियुक्त का दिया गया

इस सम्बन्ध में अभ्थियो ने तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सहायक कर्मचारी पर पैसा लें देन का आरोप लगाया.
सूत्रों की माने तो जिन स्वास्थ्यकर्ता को निलंबित किया गया है उन्होंने तत्कालीन अधिकारी को मोती रकम अपनी नियुक्ति के एवज में दी थी लेकिन मामले को तूल पकड़ता देख तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सर्वप्रथम कोरिया जिले से हटाया गया और सहायक ग्रेड 2 के कर्मचारी जेम्स कुमार को निलंबित किया गया है जेम्स कुमार  तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी के काफी करीबी माने जाते है और जिला प्रशासन को पिछले दो माह से उनकी तलाश है और नियुक्ति सम्बन्धी समस्त दस्तावेज उन्ही के पास थे लेकिन कई बार अल्टीमेटम देने के बाद भी वे जिला कार्यालय में पेश नहीं हुए और उन्हें अंततः हटाया गया हम आपको बता दे जेम्स अपने घर से गायब है और जब तक वह पकड़ में नहीं आता तो ये पता नहीं चलेगा की आखिर धांधली किस स्तर की हुई है और इस फर्जीवाड़े में उनके साथ साथ कौन कौन शामिल था इस घटना के मद्देनजर वर्तमान तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने 76 स्वास्थ्य कर्मियों का निलंबन जारी किया है

इस  सम्बन्ध में हमने कलेक्टर कोरिया से मिलने की कोशिश की लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी लेकिन सवाल यह आता है इस भर्ती प्रक्रिया में किसी वरिष्ठ अधिकारी के ऊपर अब तक गज क्यों नहीं गिरी और सवाल यह भी आता है की डायरेक्टर के पद पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को बैठने की जल्दी किसे थी , साथ ही अब तक सहायक ग्रेड 2 का कर्मचारी गायब क्यों है और सबसे अहम् बात जिन 76 लोगो को निलंबित किया गया उनके वापसी का रास्ता क्या होगा या उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है उसका जिम्मेदार कौन है


0 comments:

Post a Comment