विगत दिनों कोरबा के मनेंद्रगढ़ वन मंडल कार्यालय में लगी संदिग्ध रूप से लगी आग में रिकॉर्ड रूम में रखे सारे महत्वपूर्ण कागजात राख के ढेर में तबदील हो गए। संदिग्ध रूप से आग लगने के बाद यह सवाल उठ खड़े हुए हैं कि कहीं आग जानबूझ कर तो नहीं लगाई गई थी। सूत्र बताते हैं कि विगत काफी समय से सूचना के अधिकार से परेशान वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सूचना के अधिकार का जवाब देने से बचने के लिए यह योजना बनाई और कार्यालय में आग लगा दी। प्रत्यक्षदर्शियों की बात मानें, तो कार्यालय में आग लगने के पूर्व धमाके की आवाज भी सुनी गई थी, जिसे वन विभाग के अधिकारियों...